भारतीय रेल की बात हो और विवेक एक्सप्रेस का जिक्र ना हो यह संभव नहीं है। यह ट्रेन न केवल भारतीय रेलवे की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन है बल्कि यह विभिन्न भौगोलिक सुंदरताओं को भी समेटे हुए है। चलिए जानते हैं इस खास ट्रेन की खास यात्रा के बारे में।
भारत की सबसे लंबी रेल यात्रा
विवेक एक्सप्रेस की यात्रा उत्तर-पूर्वी भारत के असम स्थित डिब्रूगढ़ से शुरू होती है और दक्षिण भारत के सिरे पर स्थित तमिलनाडु के कन्याकुमारी तक जाती है। यह यात्रा लगभग 4,000 किलोमीटर से अधिक की है और पूरी यात्रा में लगभग 4 दिन का समय लगता है। इस दौरान यात्री भारत की विविधताओं को नजदीक से महसूस कर सकते हैं।
9 राज्यों का अनुभव
इस यात्रा में ट्रेन असम, नागालैंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, केरल और तमिलनाडु जैसे 9 विभिन्न राज्यों से होकर गुजरती है। ये राज्य भारत की भौगोलिक, सांस्कृतिक और जैविक विविधता को प्रदर्शित करते हैं। प्रत्येक राज्य की अपनी अनूठी विशेषताएं हैं जो यात्रियों को भारतीय जीवन के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराती हैं।
विवेक एक्सप्रेस की खासियतें
विवेक एक्सप्रेस का नाम स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा गया है जिन्होंने भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर पहचान दिलाई थी। इस ट्रेन की स्थापना उनके 150वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में की गई थी। यह ट्रेन न केवल लंबी यात्राओं के लिए बल्कि अपनी विश्वसनीयता और सुविधाओं के लिए भी जानी जाती है।
रोमांचकारी पड़ाव और स्थल
विवेक एक्सप्रेस की यात्रा में ट्रेन 59 स्टेशनों पर रुकती है। इन स्टेशनों पर रुकने से यात्री स्थानीय खान-पान और संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं। यह ट्रेन भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों के निकट से गुजरती है जैसे कि काजीरंगा नेशनल पार्क, जगन्नाथ मंदिर और अन्य प्रमुख दर्शनीय स्थल।
विवेक एक्सप्रेस की बुकिंग
विवेक एक्सप्रेस हफ्ते में केवल दो बार चलती है। इस ट्रेन के लिए टिकट बुकिंग भारतीय रेलवे के ऑनलाइन पोर्टल IRCTC पर की जा सकती है जहां यात्री अपनी सुविधानुसार सीट रिजर्व कर सकते हैं। यात्रा के दौरान ट्रेन सुरक्षित और सही टाइम पर सेवा प्रदान करती है जिससे यह भारतीय रेलवे की एक विश्वसनीय सेवा बन गई है।