रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में यह चिंता व्यक्त की है कि बैंकों की ब्याज दरें अब आकर्षक नहीं रह गई हैं जिससे लोग अन्य निवेश स्कीमों की ओर रुख कर रहे हैं। विशेषकर छोटे शहरों और गांवों की महिलाएं जो अधिक ब्याज दरों की तलाश में हैं वे बैंक जमाओं से दूरी बना रही हैं। इस परिप्रेक्ष्य में ‘महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट’ नामक योजना उनके लिए एक बेहतर ऑप्शन साबित हो सकती है।
‘महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट’ का परिचय
पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने ‘महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट’ योजना की शुरुआत की थी। यह एक सरकारी योजना है जिसमें फिक्स्ड ब्याज दर पर रिटर्न मिलता है। इस योजना में निवेश करने पर महिलाओं को लोंग टर्म आर्थिक सुरक्षा का लाभ मिलता है। इस योजना के अंतर्गत 18 वर्ष से ऊपर की कोई भी महिला या युवती अपना खाता खुलवा सकती है।
योजना की मुख्य विशेषताएं
इस योजना की विशेषताएं काफी आकर्षक हैं। सबसे पहले यह 7.5% की आकर्षक दर से सालाना फिक्स्ड ब्याज प्रदान करती है जिसकी गणना तिमाही आधार पर होती है। इस योजना के तहत निवेशित धनराशि पर शेयर बाजार की तरह कोई उतार-चढ़ाव का जोखिम नहीं होता है। यह योजना विशेष रूप से 2 साल की अवधि के लिए डिजाइन की गई है जिसमें न्यूनतम 1000 रुपये से लेकर अधिकतम 2 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है। इस अवधि के बाद निवेशित रकम ब्याज समेत वापस मिल जाती है।
आवश्यक दस्तावेज और प्रक्रिया
इस योजना के तहत खाता खोलने के लिए जरूरी दस्तावेजों में पासपोर्ट साइज फोटो, जन्म प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक की पासबुक शामिल हैं। खाता किसी भी सरकारी पोस्ट ऑफिस या उल्लिखित बैंकों में खोला जा सकता है।
निवेश पर रिटर्न का विश्लेषण
इस योजना में निवेश करने पर दो साल के बाद की गई निवेश की गणना के अनुसार 2 लाख रुपये का निवेश 32,044 रुपये का ब्याज प्रदान करता है जो कुल मिलाकर 2,32,044 रुपये हो जाती है। यह योजना विशेषकर उन महिलाओं के लिए लाभदायक है जिनकी आयु 60 वर्ष से कम है और जो शॉर्ट टर्म निवेश की तलाश में हैं।