ई-रिक्शा व ऑटो में स्कूली बच्चे बैठाने को लेकर विभाग ने लिया बड़ा डिसीजन, नियम तोड़ा तो वाहन जब्त कर लेगी पुलिस

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करनाल: हाल ही में जिला सचिवालय में अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा में सुधार लाना और नागरिकों के जीवन की रक्षा करना था। पिलानी ने विशेष रूप से स्कूली बच्चों को ले जाने वाले ई-रिक्शा और ऑटो चालकों पर निगाह रखने के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने जोर दिया कि बच्चों की सुरक्षा से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा और क्षमता से अधिक यात्री बैठाने पर सख्ती से चालान काटे जाएंगे।

नागरिक सुरक्षा की प्राथमिकता

बैठक में नागरिक सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवारा पशुओं के कारण होने वाले हादसों का मुद्दा उठाया गया जिस पर अतिरिक्त उपायुक्त ने तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया। इसके अलावा शहर के मुख्य चौराहों पर लगे खराब सी.सी.टी.वी. कैमरों को जल्द से जल्द ठीक करने के निर्देश दिए गए जिससे अपराध और दुर्घटनाओं पर नजर रखी जा सके।

दुर्घटना प्रबंधन और उपाय

सड़क सुरक्षा के अंतर्गत दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के लिए विशेष उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया गया। पिछले तीन वर्षों के दुर्घटना आंकड़े प्रस्तुत किए गए और संबंधित क्षेत्रों में सांकेतिक बोर्ड लगाने के लिए कहा गया। अतिरिक्त उपायुक्त ने पी.डब्ल्यू.डी. डिवीजन और जिला वन अधिकारी को विशेष क्षेत्रों में सुरक्षा उपाय करने के लिए निर्देशित किया।

पुलिस और यातायात प्रबंधन

इस बैठक में यातायात प्रबंधन के उपायों पर भी विचार किया गया। पिछले तीन महीनों में ओवरलोड वाहनों के खिलाफ किए गए चालान की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई जिससे यह स्पष्ट होता है कि पुलिस विभाग इस दिशा में सक्रिय है। बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की गई। इसके अलावा आर.टी.ए. कार्यालय ने हैवी ड्राइविंग लाइसेंस के नवीकरण और जारी करने की जानकारी शेयर की।