प्रेमानंद महाराज के अलावा भी वृंदावन के इन संतों के भक्त है लोग, करोड़ों में है इनके फ़ॉलोवर्स की संख्या

भारतीय अध्यात्म की पारंपरिक धारा में आधुनिक तकनीक का समावेश होने से एक नई विधा का उदय हुआ है।