School Holidays: कांवड़ यात्रा के कारण एक सप्ताह के लिए बंद रहेंगे स्कूल, विभाग ने लिया बड़ा फैसला

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School Holidays: सावन का महीना भक्ति की भावनाओं से ओत-प्रोत होता है और इसी सीरिज में हरिद्वार से कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है। यह यात्रा हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है जिसमें श्रद्धालु गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचते हैं और फिर अपने नजदीकी शिवालयों में जाकर जलाभिषेक करते हैं। इस यात्रा के शुरुआती दिन से ही हरिद्वार में भक्तों की भीड़ बढ़ने लगी है।

सुरक्षा और व्यवस्था के नए इंतजाम

हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के दौरान भक्तों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन ने विशेष सुरक्षा इंतजाम किए हैं। शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और साथ ही सड़क मार्गों पर विशेष चौकियाँ भी स्थापित की गई हैं ताकि यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो। इसके अलावा भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं ताकि यात्रा सुखद और सुरक्षित रहे।

शिक्षा के क्षेत्र पर प्रभाव

भारी भीड़ और यातायात के दबाव को देखते हुए हरिद्वार जिले में 27 जुलाई से 2 अगस्त तक स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा और स्थानीय यातायात को आसान बनाने के लिए लिया गया है। इस दौरान शिक्षण संस्थानों को भी सलाह दी गई है कि वे इस समय का उपयोग शैक्षिक सुधारों और मरम्मत कार्यों के लिए करें।

भक्तों की उमड़ती भीड़

कांवड़ यात्रा की महत्वता इसके धार्मिक महत्व के साथ-साथ इसमें शामिल होने वाले लोगों की आस्था को भी दर्शाती है। इस वर्ष भी भक्तों की भारी भीड़ गंगाजल भरने के लिए हरिद्वार पहुंच रही है जो कि शिव भक्तों की गहरी श्रद्धा को प्रकट करती है। इन भक्तों की यात्रा में विभिन्न राज्यों से आये लोग शामिल होते हैं और यह सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है।

सावन माह की धार्मिक महत्ता

सावन का महीना हिन्दू पंचांग में बहुत ही पवित्र माना जाता है और इस दौरान किए जाने वाले धार्मिक कर्मकांड भक्तों के लिए विशेष फलदायी होते हैं। कांवड़ यात्रा भी इसी पावन माह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जहाँ लोग बड़ी संख्या में गंगाजल लेने हरिद्वार आते हैं और फिर उसे अपने स्थानीय शिवालयों में चढ़ाते हैं। इस यात्रा के द्वारा भक्त अपने जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की कामना करते हैं।