द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण इसे गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए एक फ्लाईओवर के साथ किया जा रहा है। यह परियोजना दिल्ली से गुरुग्राम होकर पटौदी और रेवाड़ी तक यात्रा करने वाले वाहन चालकों के लिए यात्रा का समय कम करेगी और आवागमन को आसान बनाएगी। इस प्रोजेक्ट को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने शुरू किया है और मार्च 2025 तक इसके पूरा होने की संभावना है।
परियोजना की लागत और डिटेल
इस पूरी परियोजना की लागत लगभग 900 करोड़ रुपये आंकी गई है। गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 46 किलोमीटर है जिसमें फ्लाईओवर सहित कई जंक्शन और इंटरचेंज शामिल हैं। यह एक्सप्रेसवे न केवल स्थानीय निवासियों के लिए बल्कि व्यापारिक गतिविधियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा जिससे क्षेत्रीय विकास में तेजी आएगी।
निर्माण की प्रगति और चुनौतियाँ
इस परियोजना का निर्माण कार्य समय के अनुसार आगे बढ़ रहा है लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी सामने आई हैं। मुख्य रूप से हाईटेंशन बिजली लाइनों को स्थानांतरित करना और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जैसे मुद्दों ने कार्य में देरी की है। फिर भी एनएचएआई और स्थानीय प्रशासन समन्वय बनाकर इन समस्याओं का समाधान करने में लगे हुए हैं।
इस एक्सप्रेसवे के बनने से स्थानीय समुदायों पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। सड़क के विकास से न केवल यातायात में सुधार होगा बल्कि आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियाँ भी बढ़ेंगी। रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और रियल एस्टेट बाजार में भी तेजी आएगी।