हरियाणा में नौकरी की दौड़ में शामिल होने वाले युवाओं के लिए अब राह और कठिन होने वाली है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने संयुक्त पात्रता परीक्षा (CET) पास करने वाले सभी अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में बैठाने की तैयारी शुरू कर दी है। यह घोषणा सरकार और HSSC द्वारा की गई है जिससे अभ्यर्थियों में एक नया उत्साह और चुनौती की भावना देखी जा सकती है।
परीक्षा की बढ़ती कठिनाई
हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की तर्ज पर काम करते हुए HSSC ने इस बार परीक्षा को और भी ज्यादा कठिन बनाने का निश्चय किया है। इसके लिए देश के नामी शिक्षण संस्थानों के प्रोफेसरों और विशेषज्ञों से प्रश्नपत्र तैयार कराए जाएंगे जिससे कि मेरिट के आधार पर ही अभ्यर्थियों का चयन हो सके। यह कदम उन अभ्यर्थियों को आगे बढ़ने का मौका देगा जिन्होंने बढ़िया तरह तैयारी की है।
CET पास नियम की व्याख्या
अभी तक HSSC में पदों के चार गुना ज्यादा CET पास अभ्यर्थियों को ही मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाता था। नई नीति के तहत अगर सरकार CET पास का नियम लागू करती है तो HSSC, HPSC की तरह दोनों श्रेणियों में कठिन प्रश्नपत्र तैयार कराएगा। इससे उन्हें उम्मीद है कि मेरिट बढ़ेगी और केवल वास्तविक योग्य अभ्यर्थी ही आगे बढ़ेंगे।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया और तैयारी
HSSC के अधिकारियों का कहना है कि आयोग HPSC के नियमों का अध्ययन कर रहा है और नई प्रणाली को अपनाने की प्रक्रिया में है। इससे प्रश्नपत्र कठिन होने की संभावना है लेकिन यह कदम निश्चित रूप से परीक्षा प्रणाली में गुणवत्ता और पारदर्शिता लाने में मदद करेगा। अधिकारियों का मानना है कि यह नई व्यवस्था परीक्षा को और अधिक प्रतिस्पर्धी और न्यायसंगत बनाएगी।