Today Gold Price: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जब से आयात शुल्क को 15% से घटाकर 6% किया है, तब से सोने और चांदी की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। पिछले कुछ कारोबारी दिनों में ही सोने की कीमत में 6000 रुपये और चांदी में 10000 रुपये की भारी गिरावट आई है। इससे बाजार में बहस गरम हो गई है कि क्या अब सोना-चांदी खरीदने का सही समय आ गया है या नहीं। आगामी त्योहारों के मौसम के दौरान यह गिरावट खरीदारों के लिए एक सुनहरा मौका साबित हो सकती है।
बजट का ऐलान और बाजार में प्रतिक्रिया
बजट पेश किए जाने के बाद से सोने और चांदी की कीमतों में जो गिरावट आई है उसे मुख्य रूप से आयात शुल्क में कटौती का परिणाम माना जा रहा है। MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर सोने और चांदी की कीमतों का विश्लेषण करें तो 22 जुलाई को सोने की कीमत 72,718 रुपये प्रति 10 ग्राम थी जो कि अब गिरकर 67,835 रुपये हो गई है। इसी तरह चांदी की कीमत भी 89,203 रुपये से घटकर 81,918 रुपये हो गई है।
लोकल बाजार में सोने-चांदी की कीमतें
सर्राफा बाजार में भी यह गिरावट साफ तौर पर देखी जा रही है। जिन लोगों के यहां आने वाले समय में शादियां होनी हैं वे इस गिरावट को एक अवसर के रूप में देख रहे हैं। कई लोग पहले से ही अपनी शादी के लिए ज्वेलरी बुक करवा रहे हैं।
बाजार का भविष्य और निवेश की सलाह
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतें अब और नीचे जाने की संभावना नहीं दिख रही। खरीदारी में बढ़ोतरी होने की स्थिति में इनकी कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं। अगर आप सोना या चांदी खरीदने की सोच रहे हैं तो यह समय बेस्ट हो सकता है क्योंकि बाजार में अभी स्थिरता आने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों की राय
केडिया कमोडिटीज के उपाध्यक्ष अजय केडिया के अनुसार सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के पीछे मुख्य रूप से आयात शुल्क में कमी है। उन्होंने सुझाव दिया है कि निवेशकों को चाहिए कि वे इस गिरावट का फायदा उठाएं और खरीदारी करें, क्योंकि बाजार में जल्द ही इनकी कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बाजार की स्थिति को देखते हुए सोने की कीमत 70,000 रुपये और चांदी की 80,000 रुपये के आसपास स्थिर रह सकती है।