आगामी 15 अगस्त को भारत अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है और इस ऐतिहासिक अवसर पर देश के विद्यालयों में एक नई पहल शुरू की जा रही है. इस वर्ष से स्कूलों में विद्यार्थियों द्वारा ‘गुड मॉर्निंग’ के स्थान पर ‘जय हिंद’ कहकर अभिवादन किया जाएगा. यह बदलाव न सिर्फ राष्ट्रीय गर्व और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देगा बल्कि युवा पीढ़ी के बीच सम्मान और एकता की भावना को भी मजबूत करेगा.
देशभक्ति की भावना का संचार
राज्य सरकार का मानना है कि शिक्षा संस्थानों में इस तरह के बदलाव से विद्यार्थियों में न केवल राष्ट्रीय गौरव बढ़ेगा बल्कि उनमें देश के प्रति समर्पण की भावना भी मजबूत होगी. इसके अलावा राष्ट्रीय ध्वज फहराने से पहले निर्देशों का पालन और आदर करने का महत्व भी विद्यार्थियों को समझ आएगा. यह नई पहल उनमें हर दिन राष्ट्रीय एकता की भावना और देश के इतिहास के प्रति सम्मान को जगाएगी.
आजादी के बाद से नारा और उसका महत्व
‘जय हिंद’ नारा जिसे आजादी के बाद से ही भारतीय सशस्त्र बलों ने अपने अभिवादन में शामिल किया है भारतीय संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है. इस नारे को अब स्कूलों में भी अपनाया जा रहा है जिससे विद्यार्थियों में अनुशासन, एकता और राष्ट्रीय गौरव की भावना को बढ़ावा मिलेगा.
इस तरह के नवाचार से शिक्षा प्रणाली में एक नई जागरूकता और संवेदनशीलता का संचार होता है. विद्यार्थियों को जब छोटी उम्र से ही ऐसी शिक्षा दी जाती है, तो वे न केवल अच्छे नागरिक बनते हैं बल्कि वे अपने देश के प्रति अधिक सम्मान और जिम्मेदारी की भावना से काम करते हैं. इस पहल से उम्मीद है कि यह युवा पीढ़ी भारत के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाएगी.