उत्तर प्रदेश के फतेहपुर निवासी विकास द्विवेदी की जिंदगी इन दिनों काफी परेशानियों से भरी हुई है। उन्हें एक जहरीले सांप ने न सिर्फ एक बार बल्कि सात बार काटा है। इस अद्भुत घटना ने न केवल विकास को बल्कि स्थानीय प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है। ऐसे में एक महत्वपूर्ण सवाल उठता है: क्या वास्तव में सांप इतने खतरनाक होते हैं, या ये इंसानोंीय भय और गलतफहमियों का परिणाम हैं?
सांपों की दुनिया और इंसानोंीय भय
हमारे देश में सांपों को लेकर विविध प्रकार की भावनाएं हैं। कुछ लोग उनसे डरते हैं तो कुछ उनकी पूजा भी करते हैं। नागपंचमी के दिन तो नागों की पूजा की जाती है। परंतु अक्सर यह देखा गया है कि सांप भी इंसानों से उतने ही डरते हैं जितने कि इंसान उनसे। वास्तविकता में सांप अपनी आत्मरक्षा के लिए ही किसी पर हमला करते हैं।
सांप से बचाव के अजूबे उपाय
यदि आपके घर या आस-पास सांप दिखाई दे तो आप कैसे उनसे बच सकते हैं? इसका जवाब है वे चीजें जो आपके किचन में ही मौजूद हो सकती हैं। मिट्टी का तेल, लहसुन, नींबू, दालचीनी और मिंट जैसी खुशबूदार चीजें सांप को डरा सकती हैं। ये गंध सांपों को असहज कर देती हैं और वे फौरन वहां से भाग जाते हैं। धुएं का प्रयोग भी एक प्रभावी तरीका है। अगर घर में सांप घुस आया है तो धुआं करने से वह बाहर निकल जाएगा।
प्राकृतिक शिकारी और सांपों की दुनिया
सांप न केवल इंसानों से डरते हैं बल्कि कुछ विशेष प्रकार के जानवरों से भी उन्हें खतरा होता है। कुत्ते, बिल्ली, छिपकली, बाज, चील, लोमड़ी, नेवला और रैकून जैसे जानवरों को सांपों के प्राकृतिक शिकारी माना जाता है। इस जानकारी का उपयोग करके हम अपने घर और आस-पास के क्षेत्र को सांपों से मुक्त रख सकते हैं।