Sona Chandi Bhav: 18 जुलाई को सोने और चांदी के दामों में एक बड़ा उछाल देखने को मिला है जिसमें सोने की कीमतों में 250 रुपये और चांदी में 400 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। जो लोग गोल्ड ज्वैलरी खरीदने का विचार कर रहे हैं उनके लिए यह समय थोड़ा सोचने वाला हो सकता है। इस आर्टिकल में हम सोने और चांदी की हालिया कीमतों और उनके प्रभावों पर चर्चा करेंगे।
सोने की कीमत में बढ़ोतरी के कारण
18 जुलाई को सोने का भाव MCX पर 5 अगस्त की वायदा डिलीवरी के लिए 74372 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इस बढ़ोतरी का मुख्य कारण वैश्विक बाजार में सोने की मांग में बढ़ोतरी और डॉलर की कमजोरी को माना जा सकता है। सोने की कीमतें अक्सर अंतरराष्ट्रीय कारकों जैसे वैश्विक राजनीतिक अस्थिरता मुद्रा स्थिरता और आर्थिक नीतियों के परिणामस्वरूप प्रभावित होती हैं।
चांदी की कीमत में बढ़ोतरी
इसी तरह चांदी की कीमतों में भी उछाल आया है। 18 जुलाई को MCX पर 5 सितंबर की वायदा डिलीवरी वाली चांदी 400 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 92348 रुपये प्रति किलो पर ट्रेड कर रही थी। चांदी जो औद्योगिक मांग और निवेशकों की धारणाओं के अनुसार उतार-चढ़ाव दिखाती है, इसकी कीमतों में बढ़ोतरी भी समान वैश्विक प्रभावों का परिणाम है।
आगे की कीमतों का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतों में आगे भी बढ़ोतरी संभव है खासकर जब वैश्विक आर्थिक संकेतकों में अनिश्चितता बनी रहती है। निवेशकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सोने और चांदी में निवेश हमेशा एक सुरक्षित माना जाता है विशेषकर अस्थिर समय में।
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे कीमतों के ट्रेंड को समझने के लिए नियमित रूप से बाजार की समीक्षा करें और उचित समय पर खरीदारी या बिक्री के निर्णय लें। साथ ही विविधीकरण को अपनाना चाहिए जिसमें विभिन्न प्रकार के धातुओं में निवेश शामिल हो ताकि जोखिम को कम किया जा सके और रिटर्न को अधिकतम किया जा सके।