भारतीय अध्यात्म की पारंपरिक धारा में आधुनिक तकनीक का समावेश होने से एक नई विधा का उदय हुआ है। वृंदावन जो कि भक्ति और अध्यात्म का केंद्र माना जाता है वहां अब डिजिटल माध्यम द्वारा भक्ति का प्रसारण एक आम बात हो गई है। यह आर्टिकल वृंदावन के कुछ प्रमुख यूट्यूबर संतों की चर्चा करता है जिन्होंने अपनी भक्ति की ज्योति को सोशल मीडिया के माध्यम से और अधिक प्रज्वलित किया है।
प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद महाराज राधा रानी के अनन्य भक्त हैं और वृन्दावन के कृष्णा शरणम रेजिड़ेंसी में निवास करते हैं। उनकी भक्ति और अध्यात्म की शिक्षाएं यूट्यूब के माध्यम से लाखों तक पहुँच रही हैं। प्रेमानंद महाराज के विचारों और उपदेशों को उनके शिष्यों ने यूट्यूब पर प्रसारित किया है जिससे उनके फॉलोअर्स में खासी बढ़ोतरी हुई है।
ठाकुर देवकीनंदन
वृन्दावन के प्रियाकांत जूँ मंदिर के संस्थापक ठाकुर देवकीनंदन भी यूट्यूब के माध्यम से अपनी भक्ति का प्रसारण कर रहे हैं। उन्होंने अपने नाम से चैनल शुरू किया जिस पर लाखों फॉलोअर्स हैं। उनकी आवाज़ में भक्ति गीत और कथाएँ लोगों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करती हैं।
अनिरुद्ध आचा
अनिरुद्ध आचार्य जिन्होंने वृंदावन में अपना अधिकांश समय बिताया है ने भी यूट्यूब पर अपनी भक्ति और अध्यात्म को शेयर किया है। उनके चैनल पर भारी संख्या में फॉलोअर्स हैं और वे अपने भक्ति संगीत और कथाओं के लिए विख्यात हैं।
विजय कौशल महाराज
विजय कौशल महाराज जिनका आश्रम वृंदावन के यमुना किनारे स्थित है ने भी यूट्यूब पर अपने अध्यात्मिक ज्ञान को प्रसारित किया है। उनकी भक्ति और प्रेरणादायक वचन उनके फॉलोअर्स के लिए एक मार्गदर्शक प्रकाश की तरह हैं।
मृदुल कृष्ण शास्त्री
मृदुल कृष्ण शास्त्री जो भगवान श्री कृष्ण के अनन्य भक्त हैं ने यूट्यूब पर अपने भक्ति गीतों और उपदेशों को साझा करके एक विशेष स्थान बनाया है। उनके वीडियो उनके फॉलोअर्स को भक्ति और आध्यात्मिक ज्ञान की गहराई में ले जाते हैं।