UP Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश में विकास की एक नई दिशा में अग्रसर होते हुए गंगा एक्सप्रेसवे प्रदेश के 12 जिलों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 1,047 किलोमीटर है जिसमें से 594 किलोमीटर पर वर्तमान में कार्य प्रगति पर है। यह 6 लेन का एक्सप्रेसवे है जिसे भविष्य में 8 लेन में भी बदला जा सकता है।
एक्सप्रेसवे का मार्ग और जिले
यह एक्सप्रेसवे मेरठ जिले के खरखौदा के पास बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज जिले में जूड़ापुर दांडू गांव के पास समाप्त होता है। इस दौरान यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, बिलग्राम, मल्लावां, बांगरमऊ, सफीपुर, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज जैसे जिलों से होकर गुजरता है।
निर्माण और वित्तीय योजना
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण को 12 विभिन्न भागो में विभाजित किया गया है जिसका कुल अनुमानित मूल्य ₹37,350 करोड़ है। इसमें ₹9,500 करोड़ की भूमि अधिग्रहण लागत शामिल है। यह वित्तीय निवेश उत्तर प्रदेश के विकासात्मक कार्यों में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
अद्वितीय विशेषताएँ
गंगा एक्सप्रेसवे पर शाहजहांपुर के जलालाबाद के पास एक हवाई पट्टी भी बनाई जा रही है जिसकी लंबाई साढ़े तीन किलोमीटर है। यह हवाई पट्टी बड़े बोइंग विमानों को आपात स्थिति में उतारने के लिए निर्धारित की गई है जो इसे अन्य एक्सप्रेसवे से अलग करती है।
प्रोजेक्ट का अनुमानित समापन
यह विशाल एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट दिसंबर 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है जिससे यह महाकुंभ-2025 से पहले चालू हो सकेगा। इसके संचालन में आने के बाद उत्तर प्रदेश में यात्रा की गति और आरामदायक सफर में ज़बरदस्त सुधार होगा।