अक्सर यह देखा गया है कि गैस की डिलीवरी के समय हॉकर द्वारा सिलेंडर से गैस चोरी कर ली जाती है। यह समस्या काफी आम है और इसके चलते ग्राहकों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है क्योंकि चुराई गई गैस के कारण सिलेंडर अपनी सामान्य अवधि से पहले ही खत्म हो जाता है। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि ग्राहक जागरूक रहें और सतर्कता बरतें।
हालिया कटौती और उपयोग में सावधानी
सरकार द्वारा हाल ही में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती की गई है, जिससे घरेलू उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिली है। फिर भी गैस सिलेंडर के साथ विभिन्न समस्याओं की शिकायतें अभी भी बनी हुई हैं जैसे कि गैस का लीक होना या गैस की मात्रा कम होना। इससे उपभोक्ताओं का विश्वास और भरोसा प्रभावित होता है, और वे अक्सर चिंतित रहते हैं कि उनका सिलेंडर क्या वास्तव में एक महीने तक चल पाएगा या नहीं।
गैस चोरी की प्रमुख वजहें
गैस चोरी मुख्य रूप से उन उपभोक्ताओं के साथ होती है जिन्हें सिलेंडर डिलीवरी और उसके नियमों का अच्छी तरह से पता नहीं होता। हॉकर्स इस अज्ञानता का फायदा उठाते हैं और सिलेंडर से गैस निकाल लेते हैं। इससे ग्राहकों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ मानसिक तनाव भी झेलना पड़ता है।
ग्राहकों के अधिकार और कर्तव्य
जब भी आपके घर में गैस सिलेंडर पहुंचाया जाता है तो आपका यह अधिकार है कि आप हॉकर से सिलेंडर का वजन तौलने की मांग करें। यदि हॉकर इसे करने से मना करता है या आपको संतुष्ट नहीं कर पाता है तो आपको तुरंत गैस एजेंसी में इसकी शिकायत करनी चाहिए। इससे आप न केवल अपना अधिकार सुरक्षित रख सकते हैं बल्कि अन्य उपभोक्ताओं की सहायता भी कर सकते हैं।
वजन के महत्व को समझें
एक पूर्ण गैस सिलेंडर का कुल वजन लगभग 30 किलो 200 ग्राम होना चाहिए जिसमें गैस की मात्रा 14 किलो 200 ग्राम होती है और खाली सिलेंडर का वजन लगभग 16 किलो होता है। यदि इससे कम वजन आता है तो यह गैस चोरी का संकेत हो सकता है। इसलिए हर बार गैस की डिलीवरी के समय सिलेंडर का वजन अवश्य करवाएं।