Haryana Monsoon Update: बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मानसून की सक्रियता में देरी हो रही है। इसके परिणामस्वरूप हरियाणा में मानसून अब 18 जुलाई के बाद से ही सक्रिय हो सकता है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ के अनुसार इस अवधि के दौरान मौसम परिवर्तनशील रहेगा और 17 जुलाई तक यही स्थिति बनी रहेगी।
आज का मौसम विवरण
आज 14 जुलाई को हरियाणा के अधिकतर क्षेत्रों में बादल छाए रहने की संभावना है। हालांकि कुछ स्थानों पर आसमान साफ भी रह सकता है। बीते शनिवार को कुछ हिस्सों में छुटपुट बूंदाबांदी देखी गई जबकि कुछ स्थानों पर बादलवाही की घटनाएं हुईं। इस महीने की बारिश हरियाणा के नौ जिलों में सामान्य से कम रही जिसमें पानीपत, करनाल, रोहतक, सोनीपत, पंचकूला, यमुनानगर, कैथल, अंबाला और जींद शामिल हैं। बाकी जिलों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
आगामी दिनों का मौसम पूर्वानुमान
आने वाले दिनों में हरियाणा के मौसम में गर्मी का असर बढ़ सकता है। वर्तमान में यहाँ का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास है जो कि 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो सकता है। इस दौरान वातावरण में नमी बनी रहेगी जिससे उमस भी बढ़ेगी। दिन और रात दोनों समय के तापमान में बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
मानसून की सक्रियता का प्रभाव
18 जुलाई के बाद मानसून के सक्रिय होने से किसानों और आम जनता को काफी राहत मिलेगी। खासकर किसानों के लिए यह वर्षा खेती के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगी क्योंकि धान की खेती के लिए पर्याप्त जल संग्रहण आवश्यक है। इसके अलावा सामान्य जन-जीवन में भी मानसूनी बारिश से जल संकट में कमी आएगी।
किसान भाइयों के लिए सुझाव
कृषि विभाग की ओर से किसानों को यह सलाह दी जाती है कि वे मानसून के देरी से सक्रिय होने की स्थिति में अपनी फसलों की बुवाई की तारीखों में उचित परिवर्तन करें। इसके अलावा सिंचाई के लिए अतिरिक्त उपायों का भी ध्यान रखें ताकि बारिश की कमी के कारण फसलों पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।