भारतीय खाद्य वितरण प्रणाली में एक नए कदम के रूप में ओडिशा के भुवनेश्वर में देश का पहला राइस एटीएम का उद्घाटन किया गया है। इस आधुनिक पहल का उद्घाटन राज्य के खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्रा द्वारा मंचेश्वर इलाके में किया गया। यह एटीएम न केवल सुविधाजनक है बल्कि पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (PDS) के तहत चावल के वितरण को भी अधिक कारगर बनाता है।
चावल एटीएम की विशेषताएँ
राइस एटीएम अपनी टचस्क्रीन डिस्प्ले के माध्यम से राशन कार्ड धारकों को एक बार में 25 किलोग्राम तक चावल प्रदान करने में सक्षम है। इस प्रणाली में बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन की सुविधा भी शामिल है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि वितरण प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी न हो। इस तकनीकी पहल का मुख्य उद्देश्य वितरण प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाना है।
धोखाधड़ी की रोकथाम और बढ़ती पारदर्शिता
मंत्री पात्रा ने बताया कि राइस एटीएम के टेस्टिंग के दौरान यह पाया गया कि यह प्रणाली लाभार्थियों को सही मात्रा में चावल प्रदान करने में सक्षम है जिससे किसी भी संभावित धोखाधड़ी को रोकने में मदद मिलती है। इस आधुनिक प्रणाली के व्यापक इस्तेमाल से चावल की चोरी और कालाबाजारी में कमी आएगी और उपभोक्ताओं को डीलरों के ऊपर से निर्भरता भी कम होगी।
व्यापक विस्तार और भावी योजनाएँ
वर्तमान में भुवनेश्वर में लॉन्च किया गया यह राइस एटीएम एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कार्य कर रहा है। भविष्य में इसके सफल परिणामों के आधार पर इसे ओडिशा के सभी 30 जिलों में लॉन्च करने की योजना है। अगर यह परियोजना सफल रहती है तो ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना के तहत इसे अन्य राज्यों में भी लागू किया जाएगा जिससे अधिकांश भारतीय नागरिक इस आधुनिक और पारदर्शी वितरण प्रणाली का लाभ उठा सकेंगे।