गर्मियों की तपिश में कार का एयर कंडीशनर यानी AC एक वरदान से कम नहीं होता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस सुविधा के पीछे आपकी कार की माइलेज किस प्रकार प्रभावित होती है? आइए डिटेल में जानते हैं कि कार में AC चलाने का आपकी गाड़ी की माइलेज पर क्या असर पड़ता है।
कार के मॉडल और इंजन का प्रभाव
सबसे पहले तो यह समझना होगा कि हर कार की बनावट अलग होती है। कार का मॉडल और उसका इंजन सिस्टम यह निर्धारित करते हैं कि AC चलाने पर माइलेज पर कितना असर पड़ेगा। आमतौर पर ज्यादा पुरानी कारों में नई कारों की तुलना में AC चलाने पर माइलेज ज्यादा प्रभावित होता है। यह इसलिए क्योंकि पुरानी कारों के इंजन पहले से ही कई प्रकार की अपनी कमजोरियों का सामना कर रहे होते हैं।
तापमान का अहम रोल
बाहरी तापमान एक महत्वपूर्ण कारक है जो यह निर्धारित करता है कि AC कितनी मेहनत से काम करेगा। गर्म दिनों में जब तापमान चरम पर होता है तो AC को ज्यादा ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है जिससे कि अंदर का माहौल ठंडा रह सके। इससे न सिर्फ फ्यूल की खपत बढ़ती है बल्कि कार की अच्छी माइलेज पर भी उल्टा प्रभाव पड़ता है।
AC का संचालन और इस्तेमाल
AC कैसे चलाया जाता है यह भी माइलेज पर असर डालता है। अगर AC का तापमान बहुत कम रखा जाता है और इसे बार-बार चालू और बंद किया जाता है तो इससे भी फ्यूल की अधिक खपत होती है। इसके अलावा अगर आप AC चलाते समय कार की खिड़कियां खोलते हैं तो यह AC के काम को और भी मुश्किल बना देता है क्योंकि गर्म हवा अंदर आने लगती है और AC को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
शहरी ड्राइविंग और माइलेज
आप जहां कार चला रहे हैं उसका भी माइलेज पर बड़ा असर पड़ता है। शहरी क्षेत्रों में जहां ट्रैफिक अधिक होता है और बार-बार रुकना पड़ता है वहां AC चलाना और भी ज्यादा फ्यूल की खपत कर सकता है। यहाँ पर इंजन पर लोड बढ़ता है और इससे माइलेज पर उल्टा प्रभाव पड़ता है।