भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) आंध्र प्रदेश ने एक नई ऊँचाई को छुआ है जिसमें मात्र 23 दिनों के भीतर 1 लाख सिम कार्ड्स को ऐक्टिव करने का मील का पत्थर हासिल किया है। इस घोषणा को BSNL आंध्र प्रदेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया जिसे उपभोक्ताओं और टेलीकॉम उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा खूब सराहा गया। हालांकि इन एक्टिवेशन का डिटेल जैसे कि ये सीधे एक्टिवेशन थे या फिर मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) के माध्यम से हुए इसकी जानकारी शेयर नहीं की गई।
टैरिफ संशोधन का फायदा
जुलाई के आरंभ में जब भारत में टैरिफ संशोधन हुआ और अन्य प्रमुख टेलीकॉम प्रोवाइडर्सओं ने अपने प्लान महंगे किए, BSNL ने अपने टैरिफ प्लान्स को और आकर्षक बनाया। इस सराहनीय कदम ने BSNL को बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद की विशेषकर उस समय में जब प्राइवेट प्रोवाइडर्स 4जी और 5जी सेवाओं के साथ बाजार पर हावी होने की कोशिश में थे। बीएसएनएल की यह रणनीति ग्राहकों के लिए वित्तीय रूप से व्यावहारिक विकल्प साबित हुई।
BSNL 4G की दिशा में प्रगति
हाल ही में सरकार ने संसद में घोषणा की कि BSNL की 4जी सेवाओं को पूरा होने में अभी भी एक वर्ष का समय लग सकता है जिससे जून 2025 तक इसके पूर्ण संचालन की उम्मीद है। वर्तमान में BSNL ने देश भर में 1,000 4जी साइट्स को ऐक्टिव किया है और लक्ष्य 100,000 साइट्स तक पहुंचना है। इसके अलावा बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार BSNL का लक्ष्य वर्ष के अंत तक पूरे देश में 4जी सेवाएं शुरू करना है और अगले वर्ष की शुरुआत में 5जी सेवाओं का शुभारंभ करना है।
बाजार में BSNL की स्थिति और चुनौतियाँ
जबकि निजी टेलीकॉम प्रोवाइडर्स जैसे कि एयरटेल और जियो ने पहले ही 5जी सेवाओं को शुरू कर दिया है और असीमित 5जी लाभ प्रदान कर रहे हैं BSNL अभी भी 4जी कवरेज को पूरा करने की दिशा में काम कर रहा है। इस कमी के बावजूद BSNL की मार्केटिंग रणनीतियां और किफायती टैरिफ प्लान्स ने उसे बाजार में एक मजबूत स्थिति में रखा है।