भारत में ज्यादातर लोग जब भी यात्रा की बात करते हैं तो उनकी पहली पसंद ट्रेन होती है। रेल यात्रा को न केवल सस्ता बल्कि आरामदायक भी माना जाता है। भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है और यह दुनिया में चौथा सबसे बड़ा और एशिया में दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। इसके अंतर्गत करीब 8000 रेलवे स्टेशन आते हैं और समय के साथ ही भारतीय ट्रेनों में कई बदलाव हुए हैं।
हाई स्पीड ट्रेनों का युग
आधुनिकीकरण की ओर बढ़ते हुए भारतीय रेलवे ने कई हाई स्पीड ट्रेनें लॉन्च की हैं। इसके चलते यात्रा का समय कम हो गया है और यात्री अधिक सुविधाजनक तरीके से अपने गंतव्य तक पहुँच पा रहे हैं। आज लगभग 2.50 करोड़ लोग प्रतिदिन भारतीय रेलवे से यात्रा करते हैं और 33 लाख टन माल ढोया जाता है। यह 178 साल पुरानी प्रणाली आज भी लाखों यात्रियों के लिए सबसे सस्ता और पसंदीदा परिवहन माध्यम है।
वंदे भारत एक्सप्रेस
वर्तमान में वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज यात्री ट्रेन है जिसकी टॉप स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा है। इस ट्रेन की खासियत इसकी स्टेनलेस स्टील की कार बॉडी है जिसमें स्लाइडिंग फुटस्टेप्स और स्वचालित दरवाजे होते हैं। यह ट्रेन न केवल तेज़ है बल्कि यात्रियों को अधिक सुविधाएँ और आराम भी प्रदान करती है।
गतिमान एक्सप्रेस है स्पीड का दूसरा नाम
2016 में लॉन्च की गई गतिमान एक्सप्रेस एक समय में भारत की सबसे तेज ट्रेन थी। इसकी टॉप स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है और यह दिल्ली से झांसी के बीच चलती है। यह ट्रेन अपनी गति और सेवाओं के लिए विख्यात है और यात्रियों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है।
नई दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस
नई दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस भी भारतीय रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली ट्रेनों में से एक है। इसकी टॉप स्पीड 150 किलोमीटर प्रति घंटा है और यह नई दिल्ली से भोपाल के बीच चलती है। यह ट्रेन अपनी तेजी और समय की पाबंदी के लिए जानी जाती है।
मुंबई-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस
राजधानी एक्सप्रेस जो कि भारतीय रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली ट्रेनें हैं में मुंबई-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस विशेष रूप से प्रमुख है। इसकी टॉप स्पीड 140 किलोमीटर प्रति घंटा है और यह अपनी तेज गति और आलीशान सुविधाओं के कारण यात्रियों के बीच लोकप्रिय है।