इस वर्ष भारत में गर्मी ने अपने सभी पुराने रिकॉर्ड्स को तोड़ दिया है जिससे कई जगहों पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुँच गया है। ऐसे में ठंडी हवा देने वाले पंखे और कूलर भी इस भीषण गर्मी के सामने बेअसर साबित हो रहे हैं। इसके चलते लोगों का रुख एयर कंडीशनर की ओर बढ़ गया है।
कार में AC का इस्तेमाल
जब भी बात कार में AC चलाने की आती है तो अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या AC चलाने से कार का माइलेज कम होता है? कुछ लोग इस धारणा के साथ चलते हैं कि AC के उपयोग से माइलेज में काफी कमी आती है जबकि कुछ का मानना होता है कि इसका माइलेज पर कोई खास फर्क नहीं पड़ता।
खिड़कियाँ खुली रखने का मिथ
अगर आप सोचते हैं कि कार में AC न चलाकर और खिड़कियाँ खुली रखकर यात्रा करना ज्यादा फायदेमंद है तो यह एक गलतफहमी हो सकती है। खिड़कियाँ खुली होने पर हवा का दबाव वाहन को पीछे धकेलता है जिससे इंजन पर अधिक बोझ पड़ता है और माइलेज कम होता है। वास्तव में AC चलाते समय कार के शीशे बंद रखने से हवा का दबाव कम होता है जिससे माइलेज पर उतना प्रभाव नहीं पड़ता।
एयर कंडीशनर की स्पीड और माइलेज
एक आम गलतफहमी यह भी है कि AC को फुल स्पीड पर चलाने से फ्यूल की खपत अधिक होती है। हालांकि यह सच नहीं है क्योंकि AC की फैन स्पीड जो कि बिजली से चलती है फ्यूल की खपत पर सीधा असर नहीं डालती। फ्यूल की असली खपत तो AC कंप्रेसर के चलने से होती है जिसका इंजन पर नियंत्रित प्रभाव पड़ता है।
माइलेज और AC का संतुलन
विशेषज्ञों के अनुसार कार में AC चलाने से आमतौर पर 5% से 7% तक माइलेज कम हो सकता है। यह निर्भर करता है कि AC कितनी देर और किस इंटेंसिटी पर चल रहा है। इसलिए यदि आप गर्मी से बचने के लिए AC का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसे उचित स्तर पर सेट करना और केवल जरूरत पड़ने पर ही इस्तेमाल करना समझदारी होगी।