Rajasthan IMD Alert: राजस्थान के विभिन्न भागों में इस वर्ष मानसून ने अपनी पूरी सक्रियता दिखाई है। जैसे-जैसे बारिश की बूँदें जमीन पर पड़ीं वैसे-वैसे किसानों और आमजन के चेहरे खिल उठे। पिछले कुछ दिनों से राजधानी जयपुर सहित पूरे प्रदेश में छितराई हुई बारिश हो रही है जिससे तापमान में सुखद गिरावट आई है। दौसा और अन्य इलाकों में तो मूसलाधार बारिश ने अपना कहर बरपाया, लेकिन यह कहर किसानों के लिए वरदान साबित हुआ है।
प्रभावित क्षेत्रों का डिटेल में ब्यौरा
मौसम विभाग ने जयपुर, भरतपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर समेत पूर्वी राजस्थान के 10 जिलों में अगले चार से पांच दिनों तक जारी रहने वाली बारिश की आशंका जताई है। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बढ़ी हुई सावधानी बरतनी चाहिए और संभवतः बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए भी तैयार रहना चाहिए। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभाग में भी कुछ क्षेत्र बारिश से भीग सकते हैं।
तापमान में आई गिरावट
राज्य में तापमान में सुखद गिरावट दर्ज की गई है। फलौदी, जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और जोधपुर जैसे प्रमुख शहरों में तापमान 36 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा जो कि पिछले दिनों की तुलना में कम है। इस गिरावट का मुख्य कारण लगातार हो रही बारिश है। इस गिरावट से न केवल किसानों को फसलों की बेहतर देखभाल करने में मदद मिली है बल्कि आमजन को भी गर्मी से कुछ राहत मिली है।
बारिश के बादलों का आलम
दौसा, जयपुर, राजसमंद, चूरू और करौली जैसे शहरों में हुई जोरदार बारिश ने नया जीवन संचार किया है। विशेष रूप से दौसा में चार घंटे तक चली मूसलाधार बारिश के दौरान लगभग पौने पांच इंच तक पानी गिरा जिससे जलभराव की स्थिति बनी रही। इस बारिश ने न केवल तापमान को कम किया है बल्कि जमीन में नमी बढ़ाने में भी मदद की है जो कि खेती के लिए अत्यंत आवश्यक है।